Drone Farming: खेती में नई तकनीकों का समावेश किसानों के लिए लाभकारी साबित हो रहा है। ड्रोन तकनीक का उपयोग अब कृषि क्षेत्र में तेजी से बढ़ रहा है, जिससे फसलों पर कीटनाशक और उर्वरकों का छिड़काव अधिक सटीक और प्रभावी हो गया है। सरकार भी इस दिशा में किसानों की मदद के लिए आगे आई है और 50% तक अनुदान प्रदान कर रही है, जिससे विशेषकर बड़े भूमि धारक किसानों की तकदीर बदल सकती है।
Drone Farming
ड्रोन के माध्यम से किसान अपने खेतों में कीटनाशक, उर्वरक और पोषक तत्वों का छिड़काव कम समय में और समान रूप से कर सकते हैं। पारंपरिक तरीकों की तुलना में, ड्रोन से छिड़काव करने पर समय, श्रम और पानी की बचत होती है। उदाहरण के लिए, एक एकड़ खेत में ड्रोन से छिड़काव करने में मात्र 8-10 मिनट लगते हैं और 8-10 लीटर पानी की आवश्यकता होती है, जबकि पारंपरिक तरीकों में अधिक समय और पानी की खपत होती है।
सरकार की अनुदान योजना
केंद्र और राज्य सरकारें किसानों को ड्रोन तकनीक अपनाने के लिए प्रोत्साहित कर रही हैं। प्रधानमंत्री कृषि यंत्र अनुदान योजना के तहत, किसानों को ड्रोन खरीदने पर 50% तक की सब्सिडी प्रदान की जा रही है, जो अधिकतम ₹5 लाख तक हो सकती है। यह सब्सिडी कृषि स्नातक युवाओं, अनुसूचित जाति/जनजाति वर्ग, महिला किसानों, सीमांत किसानों, पूर्वोत्तर राज्यों के किसानों और महिला किसानों को प्रदान की जा रही है। अन्य किसानों को ड्रोन खरीदने पर 40% या अधिकतम ₹4 लाख तक की सब्सिडी दी जा रही है।
बिहार सरकार की पहल
बिहार सरकार ने भी किसानों को ड्रोन से कीटनाशक छिड़काव के लिए प्रोत्साहित करने हेतु योजना शुरू की है। इस योजना के तहत, किसानों को प्रति एकड़ छिड़काव पर 50% या अधिकतम ₹240 का अनुदान दिया जा रहा है। एक किसान अधिकतम 10 एकड़ तक इस अनुदान का लाभ उठा सकता है, यानी कुल ₹2,400 तक की सब्सिडी प्राप्त कर सकता है।
बड़े भूमि धारक किसानों के लिए अवसर
जिन किसानों के पास 10 एकड़ से अधिक भूमि है, वे इस योजना का लाभ उठाकर अपनी खेती को अधिक प्रभावी और लाभकारी बना सकते हैं। ड्रोन तकनीक से बड़े खेतों में कीटनाशक और उर्वरकों का छिड़काव तेजी से किया जा सकता है, जिससे फसल की गुणवत्ता और उत्पादन में वृद्धि होगी। साथ ही, सरकार द्वारा प्रदान की जा रही सब्सिडी से ड्रोन की खरीद पर होने वाला खर्च भी कम होगा, जिससे किसानों की आर्थिक स्थिति में सुधार होगा।
आवेदन प्रक्रिया
ड्रोन पर सब्सिडी प्राप्त करने के लिए, किसानों को अपने राज्य के कृषि विभाग की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर आवेदन करना होगा। आवेदन के लिए आवश्यक दस्तावेज़ों में आधार कार्ड, पैन कार्ड, भूमि के कागजात, बैंक पासबुक की प्रति, आधार से लिंक मोबाइल नंबर और पासपोर्ट साइज फोटो शामिल हैं। आवेदन की अंतिम तिथि और अन्य विवरणों के लिए संबंधित राज्य की कृषि विभाग की वेबसाइट पर जानकारी उपलब्ध है।
Conclusion- Drone Farming
Drone Farming के माध्यम से किसान अपनी कृषि प्रक्रियाओं को आधुनिक बना सकते हैं, जिससे उत्पादन में वृद्धि और लागत में कमी संभव है। सरकार की अनुदान योजनाओं का लाभ उठाकर, विशेषकर बड़े भूमि धारक किसान अपनी तकदीर बदल सकते हैं और कृषि को एक नए आयाम पर ले जा सकते हैं। यदि आप भी इस योजना का लाभ उठाना चाहते हैं, तो जल्द से जल्द आवेदन करें और अपनी खेती को स्मार्ट बनाएं।
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